शैतान की हैवानियत

 सूरज का दोस्त रोहित मर चुका था और सूरज अपने घर पर लेटा हुआ था लेकिन उसे क्या पता था कि मारने वाला आदमखोर शैतान उसके घर तक आ जाएगा। रात के 3:30 बज रहे थे अचानक दरवाजे के लोक के कट कट की आवाज सुनकर सूरज की नींद टूट जाती है। उसने देखा कि कोई बहुत जोर से दरवाजे को धक्का दे रहा है। ऐसा लग रहा था कि कोई दरवाजा तोड़ने की कोशिश कर रहा है। सूरज डर के मारे उठ जाता है और बोलता है 'क.... कौन है?' तभी वह खिड़की से झांक कर देखता है और जो उसने देखा उसे देखकर वह डर जाता है। क्योंकि उसके दरवाजे पर कोई और नहीं वही शैतान होता है जिसने रोहित को खाया होता है। उसने देखा कि वह आदमखोर शैतान दरवाजा तोड़ने की कोशिश कर रहा है।



सूरज ने जल्दी से खिड़की बंद की और सोचने लगा कि 'वह आगे क्या करें?' सूरज जल्दी से पुलिस को फोन करता है। हेलो सर मैं सूरज बोल रहा हूं रोहित को मारने वाला आदमखोर मेरे दरवाजे के बाहर खड़ा है और वह मुझे भी मारना चाहता है। सर प्लीज जल्दी से आ जाइए नहीं तो वह मुझे भी मार डालेगा। वह शैतान दरवाजे के बाहर दरवाजा तोड़ने की कोशिश कर रहा था। सूरज बहुत डरा हुआ था वह सोच रहा था कि पुलिस कब आएगी? कुछ देर बाद पुलिस की एक टीम सूरज के घर के बाहर आकर रूकती है।


पुलिस की गाड़ी की आवाज सुनकर के सूरज ने खिड़की से देखा कि वह शैतान अब उसके घर के बाहर नहीं खड़ा था। तभी सूरज गेट खोल कर बाहर आ जाता पुलिस ऑफिसर सूरज से पूछता है की 'वह शैतान कहां है?' सूरज कहता है कि मुझे नहीं पता सर वह तो अभी यहीं पर था पुलिस ऑफिसर कहता है कि ठीक है तुम डरो मत मैं अभी देखता हूं। वह ऑफिसर अपने दूसरे ऑफिसर से कहता है कि जॉय जाओ घर के पीछे देख कर आओ। वह पुलिस ऑफिसर घर के पीछे जाता है वहां कोई नहीं दिखाई पड़ता है क्योंकि वह आदमखोर पेड़ के ऊपर चढ़ जाता है और पुलिस वाले पर नजर रखता है।


जैसे ही वह पुलिस ऑफिसर पेड़ के नीचे होता है वह शैतान पुलिस ऑफिसर के ऊपर कूद जाता है और उसे भी रोहित की तरह खाने लगता है। जॉय की आवाज सुनकर के वे दोनों ऑफिसर और सूरज डर जाते हैं उन आफिसरों में से एक ऑफिसर देखने के लिए घर के पीछे जाता है। लेकिन वहां पर कोई नहीं होता है क्योंकि वह आदमखोर शैतान पेड़ के ऊपर चढ़ जाता है जैसे ही दूसरा ऑफिसर जॉय की लाश के पास आता है वह आदमखोर ऊपर से कूदकर उस सीनियर ऑफिसर को भी मारने लगता है।


दूसरा ऑफिसर भी उस आदमखोर का शिकार हो जाता है और मारा जाता है। एक-एक करके वह आदमखोर शैतान तीनों पुलिस ऑफिसरों को मार देता है और अब वह सूरज की तरह आगे बढ़ता है। सूरज भागकर के घर के अंदर आ जाता है और दरवाजे को अंदर से बंद कर लेता है। सूरज को अब लगने लगा था कि वह भी मरने वाला है उसे समझ नहीं आ रहा था कि इस आदमखोर से कैसे बचा जाए? तभी उसके दिमाग में एक आईडिया आया सूरज ने अलमारी से एक इलेक्ट्रिक तार निकाला और उस तार को स्विच बोर्ड में लगा दिया। और उस तार का दूसरा हिस्सा जमीन में डाल दिया। और बाथरूम में जाकर पानी वाली टोकी खोल दी। और बाथरूम की नाली को प्लास्टिक से बंद कर दिया। सूरज बेड पर खड़ा हो गया और यह सोच रहा था कि कहीं शैतान कमरे में पानी भरने से पहले दरवाजा खोल के अंदर ना आ जाए।


बहुत कोशिश करने की बात जब शैतान दरवाजा ना तोड़ पाया तो उसने पुलिस की बंदूक से दरवाजे की कुंडी ही तोड़ दी। जैसे ही वह शैतान घर में आता है उसे जोर का करंट का झटका लगता है। और कुछ समय बाद वह शैतान बेहोश हो जाता है। फिर बाद में सूरज डंडे से उस बिजली के तार को निकालता है और खुद बाहर आ जाता है फिर पुलिस आती है और उस शैतान को लेकर चली जाती है और जेल में डाल देती है।

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